देहरादून। अग्रणी रीन्यूऐबल एनर्जी सोल्युशन्स निर्माता, सेर्वोटेक पावर सिस्टम्स लिमिटेड (एनएसएई : सेर्वोटेक) ने घरेलू और व्यावसायिक छतों के लिए पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना और पीएम-किसान ऊर्जा सुरक्षा और उत्थान महाअभियान जैसी केंद्र सरकार की योजनाओं के अनुरूप नवीन और उच्च तकनीकी श्रेणी के सौर ऑन-ग्रिड इन्वर्टर, सौर हाइब्रिड इन्वर्टर, सौर माइक्रो इन्वर्टर, बैटरी एनर्जी स्टॉरिज प्रणाली और सौर पंप नियंत्रकों की अपनी नई श्रृंखला लॉन्च की है। यह किसानों को सौर ऊर्जा का उपयोग करने और स्थायी खेती पद्धतियों को बढ़ावा देने में सक्षम बनाता है।ये नए उत्पाद बिजली की कमी की समस्या को कम करेंगे और प्रदूषण भी कम होगा।
लॉन्च पर बोलते हुए, संस्थापक और प्रबंध निदेशक, रमन भाटिया ने कहा कि हमें बाजार में अपने सौर समाधान पेश करते हुए खुशी हो रही है। ये समाधान न केवल व्यक्तियों और व्यवसायों को अपने कार्बन फुट्प्रिन्ट को कम करने में मदद करते हैं, बल्कि स्थायी विकास को भी बढ़ावा देते हैं। सेर्वोटेक हमेशा नई तकनीक पर काम कर रहा है ताकि ऊर्जा की बचत हो और पर्यावरण की सुरक्षा हो।अपने डिजिटल रूप से सक्षम और उन्नत समाधानों के साथ, हम अपने ग्राहकों और भागीदारों को उनके संचालन में बेहतर प्रदर्शन, सुरक्षा और विश्वसनीयता प्राप्त करने में सक्षम बनाते हैं।
उत्पाद श्रृंखला में ऑन-ग्रिड इन्वर्टर (1 केडब्ल्यू – 100 केडब्ल्यू रेंज), हाइब्रिड इन्वर्टर (2 केडब्ल्यू से 7.5 केडब्ल्यू (1 फेज) और 10 केडब्ल्यू से 22.5 केडब्ल्यू (3 फेज) रेंज), बैटरी एनर्जी स्टॉरेज प्रणाली (घरेलू उपयोगकर्ता के लिए 1.2केडब्ल्यू से 15केडब्ल्यू और ई-रिक्शा के लिए 5.1केडब्ल्यू मॉडल), सौर पंप नियंत्रक और माइक्रो इन्वर्टर शामिल हैं।
हाल ही में सेर्वोटेक ने ब्रिटेन और अमेरिका में इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) चार्जर बेचने का समझौता किया है। इससे इन देशों में ईवी चार्जिंग स्टेशनों की संख्या बढ़ेगी। सेर्वोटेक ने पहले भी कर्नाटक में 11 ईवी चार्जिंग स्टेशन बनाने का काम किया है।
इससे पहले, कंपनी ने बैंगलोर इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई कंपनी लिमिटेड ( बीईएससीओएम) से 11 डीसी फास्ट ईवी चार्जिंग स्टेशनों के निर्माण के लिए एक बड़ा अनुबंध हासिल किया था। इस अनुबंध में कर्नाटक में 11 क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) परिसरों में सार्वजनिक इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) चार्जिंग स्टेशन स्थापित करना शामिल है। यह परियोजना इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग अवसंरचना को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाएगी, जिससे ईवी मालिकों के लिए विभिन्न क्षेत्रों में अपने वाहनों को चार्ज करना अधिक सुविधाजनक हो जाएगा।