देहरादून। एचडीएफसी बैंक, भारत के सबसे बड़े निजी क्षेत्र के बैंक ने कॉर्पाेरेट वेतन संबंध के लिए स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के साथ एक समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। एमओयू के तहत, सेल के 60,000 से अधिक ऑन-रोल और 65,000 संविदा (कॉन्ट्रेक्ट आधार पर कार्यरत) कर्मचारियों को अब एचडीएफसी बैंक के कॉर्पाेरेट वेतन खाते (सीएसए) में जाने का अवसर मिला है। इस कदम से सेल के कर्मचारियों को खाते के हिस्से के रूप में दी जाने वाली सुविधाओं से काफी लाभ होगा। सेल भारत में सबसे बड़ी इस्पात बनाने वाली कंपनियों में से एक है और देश के केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों के महारत्नों में से एक है। मनोज मेहता, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और जोनल हैड, ईबीएफएस, एचडीएफसी बैंक ने कहा कि इस साझेदारी के माध्यम से हम 1,20,000 मजबूत कर्मचारी-आधार की बैंकिंग जरूरतों को पूरा करने के लिए पूरी तरह से तत्पर हैं। उन्हें बेहतर और पहले से बेहतर एवं विविधितापूर्ण अनुभव का लाभ मिलेगा क्योंकि वेतन खाते से जुड़े लाभ विभिन्न उद्योगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए तैयार किए गए हैं।श्श् एमओयू पर प्रवीण निगम – ईडी एफ एंड ए, सेल और मनोज मेहता, वरिष्ठ उपाध्यक्ष और जोनल हेड ईबीएफएस, एचडीएफसी बैंक ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर अन्य वरिष्ठ अधिकारियों में मानस रंजन रथ- सीजीएम एचआर, सेल, माधवी वशिष्ठ-जीएम फाइनेंस, आशुतोष कुमार वरिष्ठ उपाध्यक्ष और क्षेत्रीय प्रमुख पीएसयू, एचडीएफसी बैंक, मयंक श्रीवास्तव राष्ट्रीय खाता प्रबंधक – पीएसयू, एचडीएफसी बैंक, यतिन सहगल क्लस्टर प्रमुख, एचडीएफसी बैंक, आशुतोष सिन्हा – क्षेत्र अधिग्रहण प्रमुख, एचडीएफसी बैंक और राधिका सिन्हा – आरएम पीएसयू (कॉर्पाेरेट बैंकिंग समूह), एचडीएफसी बैंक उपस्थित थे। सेल के साथ किया गया एमओयू कॉर्पाेरेट वेतन संबंध के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (पीएसयू) के साथ एचडीएफसी बैंक का 5वां गठबंधन है। एचडीएफसी बैंक पहले से ही पेट्रोलियम, बुनियादी ढांचे, खाद्य सुरक्षा और भंडारण सहित विभिन्न उद्योगों में कुछ अन्य पीएसयू के वेतन खातों की सुविधा प्रदान करता है।