Click to Share

देहरादून । अज़ीम प्रेमजी विश्वविद्यालय अपने दो वर्ष के पोस्ट-ग्रेजुएट प्रोग्राम्स के लिए आवेदन आमंत्रित कर रहा है। इन एमए प्रोग्राम्स में एमए एजुकेशन, एमए डेवलपमेंट, मास्टर ऑफ़ पब्लिक हेल्थ (एमपीएच), एमए अर्ली चाइल्डहुड केअर एवं एजुकेशन शामिल हैं। साथ ही चार वर्षों के बीए ऑनर्स और बीएससी ऑनर्स के लिए भी आवेदन आमंत्रित किये गये हैं।
ये प्रोग्राम अज़ीम प्रेमजी विश्वविद्यालय के बेंगलुरु और भोपाल कैम्पस में चलाए जाएंगे। भोपाल कैंपस में स्नातकोत्तर (2 वर्ष) एम.ए. – एजुकेशन, एम.पी.एच.-मास्टर ऑफ़ पब्लिक हेल्थ।  स्नातक (4-वर्ष) -अर्थशास्त्र,अंग्रेज़ी, इतिहास और समाज विज्ञान में बी.ए. ऑनर्स बायोलॉजी में बी.एस-सी. ऑनर्स। बेंगलुरु कैम्पस में स्नातकोत्तर (2 वर्ष) एम.ए. – एजुकेशन, एम.ए. – अर्ली चाइल्डहुड केअर एण्ड एजुकेशन, एम.ए. – डेवलपमेंट स्टडीज, एम.ए .- अर्थशास्त्र।  स्नातक (4-वर्ष) अर्थशास्त्र,अंग्रेज़ी, इतिहास, दर्शन, समाज विज्ञान, दर्शन-राजनीति व अर्थशास्त्र में बी.ए. ऑनर्स प्रोग्राम चलाए जाएंगे।
विद्यार्थी हमारे विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। दिसंबर 2024 में होने वाली राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा के माध्यम से जो विद्यार्थी प्रवेश पाना चाहते हैं, वे 14 नवंबर 2024 तक आवेदन करें।
बायोलॉजी, रसायन विज्ञान, गणित, भौतिकी, मनोविज्ञान, इन्फोर्मेशन विज्ञान और पर्यावरण विज्ञान व सतत विकास में बी.एस-सी. ऑनर्स  इन प्रोग्राम्स का लक्ष्य विद्यार्थियों को बेहतरीन शिक्षा उपलब्ध कराते हुए उनमें विषय विशेषज्ञता व सामाजिक प्रतिबद्धता का निर्माण करना है। उन्हें सार्थक करिअर की तलाश के लिए प्रेरित करना और शिक्षा की राह पर आगे बढ़ाना इन कोर्सेस का उद्देश्य है।
अज़ीम प्रेमजी विश्वविद्यालय में शिक्षा हासिल करने के कई समृद्ध और आकर्षक पहलू हैं- विषय कागहराई से ज्ञान– हमारे  मुख्य कोर्सेस अकादमिक नींव को मज़बूत करते हैं, वहीं ऐच्छिक विषय विद्यार्थियों कोअपनी रुचि के क्षेत्र में आगे बढ़ने में मदद करते हैं। विद्यार्थियों को फ़ील्ड-प्रैक्टिस के ज़रिए जीवन के वास्तविक अनुभवों से  गहराई से जोड़ा जाता है। उन्हेंद इन्टनशिप के अवसर  उपलब्ध कराए जाते हैंऔर मेंटरिंग के साथ फ़ील्ड-वर्कप्रोजेक्ट भी करवाए जाते हैं। अकादमिक विकास, भाषाओं को सीखने, इन्टनशिप, व्यावसायिक विकास औरप्लेसमेंटआदि के लिए विद्यार्थियों कीज़रूरीमदद की जाती है।   कैम्पस में आयोजित किये जाने वाले वर्कशॉप, सेमिनार, गेस्ट-लेक्चर जैसे विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए  विद्यार्थियों को, तरह-तरह के अनुभवों व विचारों से परिचित करवाया जाता है।

By admin