हरिद्वार। रेकिट के फ्लैगशिप अभियान, डेटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया ने ग्लोबल हैंडवाशिंग डे 2024 का जश्न मनाया और भारत में 3 करोड़ बच्चों को स्वस्थ भविष्य के लिए हाथ धोने के महत्व के बारे में जागरूक किया गया क्लीन हैंड्स फॉर ऑल सफाई के माध्यम से स्वास्थ्य समानता को बढ़ावा देना विषय पर आधारित, इस कार्यक्रम ने डेटॉल बीएसआई की उस प्रतिबद्धता को उजागर किया जो सभी पृष्ठभूमि के बच्चों को आवश्यक स्वच्छता जानकारी तक पहुंच सुनिश्चित करता है, ताकि कोई भी पीछे न छूटे।
इस अवसर पर बोलते हुए, रवि भटनागर, डायरेक्टर, एक्सटर्नल अफेयर्स और पार्टनशिप, रेकिट साउथ एशिया ने कहा रेकिट में, हम स्वच्छता शिक्षा की बाधाओं को तोड़ने और हर बच्चे के लिए एक स्वस्थ भविष्य तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारी दीर्घकालिक स्वच्छता समानता के प्रति प्रतिबद्धता भारत सरकार की ओर से पिछले 10 साल से चल रहे स्वच्छ भारत अभियान के अनुरूप है, जो हर बच्चे को-चाहे वह कहीं भी हों-हाथ धोने की जीवन रक्षक आदत सीखने को सुनिश्चित करती है। हाल ही में हमने अपने अभियान के 11वें साल में प्रवेश किया है, हमारे अधिक व्यापक मिशन ‘कोई भी पीछे न छूटे’ का समर्थन करते हुए, हमारा स्वच्छता समानता पर ध्यान देना पहले से ज्यादा मजबूत हुआ है।
अकेले 2023 में, इस अभियान ने 34 अरब से ज्यादा हैंड वाशिंग सत्र को सुलभ बनाया है, जो देशभर में अच्छी स्वच्छ आदतों को बढ़ावा देने के लिए हमारे समर्पण को और मजबूत बनाता है। इस अभियान ने अपने चल रही थीम ‘वन वलर््ड हाईजीन’ के तहत बच्चों को छह महत्वपूर्ण अवसरों पर हाथ धोने के बारे में शिक्षित किया है, जिसमें शौचालय का इस्तेमाल करने के बाद, खाना बनाने से पहले, और खासंने या छींकने के बाद शामिल हैं।
पद्मश्री एस दामोदरन, संस्थापक, ग्रामालय, ने ग्रामीण समाज में स्वच्छता जागरूता के महत्व पर जोर देते हुए कहा ऋग वेद में कहा गया है कि पानी बीमारी को दूर करता है और जीवन को बचाता है। स्वच्छ जल, स्वच्छता और सफाई-खासकर साबुन के साथ हाथ धोना- बीमारियों को रोकने के लिए सबसे महत्वपूर्णहै। ग्लोबल हैंडवाशिंग अभियान के माध्यम से, डेटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया और ग्रामालय का लक्ष्य बेहतर स्वास्थ्य और स्वच्छता के लिए एक करोड़ बच्चों को हैंडवाशिंग तकनीक के बारेमें शिक्षित करना है।
मोहम्मद आसिफ, एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर प्लान इंडिया ने कहा साबुन से हाथ धोना सभी बच्चों और लोगों के लिए एक मूलभूत अधिकार और जरूरत है। प्लान इंडिया में, हम हर बच्चे, हर परिवार और हर समाज को स्वच्छता सुविधाओं तक पहुंच प्रदान करने और उन्हें जागरूक बनाने के लिए निरंतर काम कर रहे हैं ताकि कोई भी पीछे न छूटे। आइए एक स्वस्थ, स्वच्छ और सचेत देश बनाने केलिए हम सब मिलकर काम करें, जहां हर व्यक्ति उन्नति के पथपर आगे बढ़े।
संजीव धाम, डिप्टी सीईओ ममता एचआईएमसी ने कहा हम ग्लोबल हैंडवाशिंग डे मना रहे हैं, हम ममता एचआईएमसी में डेटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया अभियान का हिस्सा बनकर बहुत खुश हैं, जो रेकिट द्वारा समर्थित स्कूलों में स्वच्छता शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक सामूहिक प्रयास है। साथ मिलकर, हम नई पीढ़ी को यह समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि साफ हाथ बीमारियों से लड़ने में एक शक्तिशाली हथियार है आइए हम अपने हाथ धोएं और यह संदेश दुनियाभर में फैलाएं। आइए हम सब मिलकर स्वच्छता को एक आदत बनाएं।”