-डीपीएमआई में एप्लीकेशन बेस्ड शिक्षा पर दिया जाता है जोर
देहरादून। पैरामेडिकल के क्षेत्र में कैरियर बनाने के इच्छुक युवाओं के लिए दिल्ली पैरामेडिकल एंड मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट (डीपीएमआई) पांच ऐसे वोकेशनल कोर्स लेकर आया है, जो मौजूदा समय में बेहतर रोजगार के अवसर पाने के लिहाज से बहुत उपयोगी हैं। इन सभी कोर्सेज की लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। पिछले 27 सालों से कौशल आधारित तकनीकी शिक्षा दे रहा है। संस्थान द्वारा कराए जाने वाले ये सभी कोर्स सरकार की प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) योजना का भी हिस्सा हैं, जिसका मकसद मान्यता और मानकीकरण को बढ़ावा देना है। न्यू अशोक नगर स्थित डीपीएमआई की प्रिंसिपल डॉ. अरूणा सिंह कहती हैं, ष् युवाओं में व्यावसायिक शिक्षा को लेकर दिलचस्पी काफी बढ़ गई है। समय की मांग और छात्रों के रुझान को देखते हुए ही डीपीएमआई अलग-अलग तरह के पांच वोकेशनल कोर्स संचालित कर रहा है।ष् फिलहाल डीपीएमआई द्वारा बैचलर ऑफ वोकेशन (बी. वोक) प्रोग्राम के तहत पांच वोकेशनल कोर्सेज कराए जा रहे हैं। इनमें होटल मैनेजमेंट, लैब टेक्नीशियन, मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नीशियन और मेडिकल इमेजिंग टेक्नोलॉजी, ऑपरेशन थिएटर टेक्नोलॉजी के पाठ्यक्रम शामिल हैं। बी वोक डिग्री कार्यक्रमों की अवधि कुल तीन वर्ष की है जिसमें दाखिला लेने के लिए बारहवीं कक्षा पीसीबी या पीसीएम विषयों के साथ उत्तीर्ण करना अनिवार्य है, होटल मैनेजमेंट कोर्स में दाखिला किसी भी विषय में बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण करके लिया जा सकता है। इन कोर्सेज को सफलतापूर्वक पूरा करने वाले छात्रों को संस्थान की तरफ से इंटर्नशिप और प्लेसमेंट में भी मदद की जाती है। डॉ. अरूणा सिंह के मुताबिक बी वोक के अंतर्गत कराए जाने वाले कोर्सेज पारंपरिक शैक्षणिक कार्यक्रम से अलग है क्योंकि इन सभी पाठ्यक्रमों में केवल किताबी और सैद्धांतिक शिक्षा की बजाय एप्लिकेशन बेस्ड लर्निंग यानी प्रैक्टिकल शिक्षा पर ध्यान दिया जाता है। यह सभी प्रोग्राम स्नातक स्तर की पढ़ाई करवाने वाले विश्वविद्यालयों और कॉलेजों पर आधारित हैं, जिनमें सामान्य शिक्षा के साथ-साथ रोजगार भी शामिल हैं।