देहरादून। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनएसई) ने गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज झाकोली, रुद्रप्रयाग, उत्तराखंड में प्रोजेक्ट गौरव (गिविंग ऑफ एडिशनल उपस्किलिंग रिसोर्सेज एंड वैल्यू)के तहत कौशल विकास ऑन-ग्राउंड प्रशिक्षण सत्र शुरू किया है। एनएसई और उच्च शिक्षा विभाग, उत्तराखंड सरकार के बीच हाल ही में एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए जाने के बाद यह महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है।
23 जुलाई 2024 को केंद्रीय बजट में, वित्तमंत्री, निर्मला सीतारमण ने शीर्ष 500 कंपनियों में रोजगार योग्य युवाओं के लिए एक नई इंटर्नशिप योजना की घोषणा की थी। कौशल विकास और भविष्य के लिए कौशल के साथ रोजगार योग्य युवाओं को तैयार करना केंद्रीय बजट 2024 के प्रमुख विषयों में से एक है। प्रोजेक्ट गौरव सरकार के उद्देश्य के अनुरूप है और इसका उद्देश्य उत्तराखंड के युवाओं को बीएफएसआई (बैंकिंग, वित्तीय सेवाएँ और बीमा) क्षेत्र में आवश्यक कौशल और ज्ञान के साथ सशक्त बनाना है। साथ ही, युवाओं के बीच स्किलिंग संबंधी फासले को दूर करना और उन्हें भविष्य के लिए रोजगार योग्य बनाना है।
एनएसई के एमडी और सीईओ आशीष कुमार चौहान ने कहा कि हमें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग के सरकारी डिग्री कॉलेज झाकोली में प्रोजेक्ट गौरव के तहत ऑन-ग्राउंड प्रशिक्षण सत्र शुरू हो गए हैं। यह कार्यक्रम देश में कौशल विकास और रोजगार योग्य युवाओं के निर्माण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह पहल युवाओं के कौशल और रोजगार के अवसर प्रदान करने पर केंद्रीय बजट के रणनीतिक फोकस के अनुरूप है।इस तरह हम देश के आर्थिक परिदृश्य को और बेहतर बनाने में कामयाब हो सकेंगे। कौशल विकास बजट का एक आधार बन गया है, जिसे रोजगार सृजन के लिए आवश्यक माना जाता है, खासकर प्रवेश स्तर के लिए। प्रोजेक्ट गौरव का उद्देश्य विशेष रूप से लाभार्थियों की रोजगार क्षमता को बढ़ाना है। हम इस पहल के सकारात्मक प्रभाव को देखने के लिए उत्सुक हैं जो लाभार्थियों के भविष्य को आकार देने और उनके करियर के विकास के लिए नए रास्ते खोलने और बड़े पैमाने पर समुदाय को लाभान्वित करने में मदद करेगा।
प्रोजेक्ट गौरव की मुख्य विशेषताएं
यह पहल उत्तराखंड सरकार द्वारा समर्थित है, जो यह सुनिश्चित करती है कि यह कार्यक्रम राज्यभर के युवाओं के लिए सुलभ और लाभकारी हो।
व्यापक प्रशिक्षण- इस कार्यक्रम में कई विषयों को शामिल किया गया है, जो प्रतिभागियों को कौशल संवर्धन- इंटरैक्टिव सत्रों और व्यावहारिक शिक्षण अनुभवों के माध्यम से, प्रतिभागी महत्वपूर्ण कौशल विकसित करेंगे। यह ऐसा स्किल होगा, जो वित्तीय उद्योग में अत्यधिक महत्वपूर्ण साबित होगा।