देहरादून। उत्तराखंड गौसदन एसोसिएशन के बैनर तले चल रहे धरना प्रदर्शन का शुक्रवार को तीसरा दिन था। संचालकों ने सुंदर काण्ड का पाठ कर भगवान से गौमाता के भोजन के पैसे मिलने की मांग की। इस प्रदर्शन का उद्देश्य गौमाता के भरण पोषण के लिए मिलने वाली अनुदान राशि में हो रही गड़बड़ी का पर्दाफाश करना है। संघर्षरत गौसदन के संचालक लगातार अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे हैं, ताकि सरकार उनकी बात सुने और उन्हें आवश्यक आर्थिक सहायता प्रदान करे। धार्मिक अनुष्ठानों के माध्यम से वे भगवान से भी प्रार्थना कर रहे हैं कि उनकी मांगें पूरी हों।
संगठन का कहना है कि यदि सोमवार तक गौमाता के भोजन की धनराशि अवमुक्त नहीं हुई तो वे गौमाता को साथ लेकर भूख हड़ताल करेंगे। यह विडंबना है कि जहां एक ओर गौमाता की सेवा करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और गीता में कहा गया है कि गौ सेवा करने वाला भी पूजनीय होता है, वहीं उत्तराखंड में गौ सेवा करने वालों का तिरस्कार किया जा रहा है।