-पर्यटन मंत्री बोले नवंबर में शुरू होगी आदि कैलाश, ओम पर्वत शीतकालीन हैली दर्शन सेवा
देहरादून। प्रदेश के पर्यटन, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने कहा है कि परिवहन विभाग, भारत सरकार द्वारा पूंजी निवेश के लिए राज्य को विशेष सहायता योजना के अन्तर्गत चारधाम यात्रा मार्ग पर गढवाल मण्डल विकास निगम द्वारा ईवी चार्जिंग स्टेशन (म्ट ब्ींतहपदह ैजंजपवद) स्थापित किये जा रहे हैं। उक्त बात प्रदेश के पर्यटन, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने शनिवार को सुभाष रोड़ स्थित अपने कैम्प कार्यालय पर चारधाम यात्रा तैयारियों एवं व्यवस्थाओं को लेकर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा स्वीकृत तथा उत्तराखण्ड परिवहन निगम के द्वारा प्राप्त धनराशि के माध्यम से ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के लिए गढवाल मण्डल विकास निगम को कार्यदायी संस्था बनाया गया है। गढ़वाल मण्ड विकास निगम द्वारा लगाये जाने वाले ईवी चार्जिंग स्टेशन ईएसए शरीफी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड डीएस स्टेटिक ब्रांड के चार्जर लगाए जायेंगे। यह सार्वभौमिक चार्जर होंगे जो कि सभी ई.वी गाडियों को चार्ज करेंगे। एक चार्जर 60 किलोवाट का होगा जिसमें 30-30 किलोवाट की 02 गन होंगी। इसके अतिरिक्त एक 7.4 किलोवाट डीके धीमा चार्जर भी होगा। गढ़वाल मण्डल विकास निगम द्वारा चारधाम यात्रा मार्ग पर निगम के 24 (चौबीस) पर्यटन आवास गृहों एवं परिवहन निगम के 04 (चार) बस स्टेशनों पर ईवी चार्जिं स्टेशन स्थापित किये जाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त भारत सरकार के उपक्रम टिहरी हाइड्रो डेवलेपमेन्ट कार्पाेरेशन (ज्भ्क्ब्) के द्वारा भी चारधाम यात्रा मार्ग पर गढ़वाल मण्डल विकास निगम के 14 (चौदह) पर्यटक आवास गृहों में ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित किये जाने का कार्य किया जा रहा है।
पर्यटन मंत्री श्री महाराज ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि चारधाम यात्रा के दृष्टिगत एक स्टेट लेवल कन्ट्रोल रूम की स्थापना देहरादून स्थित उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद मुख्यालय में की गई है जो कि पूरे यात्राकाल के दौरान संचालित रहेगा। कन्ट्रोल रूम प्रतिदिन प्रातः 7 बजे से रात्रि 10.00 बजे तक संचालित रहेगा जो कि वर्तमान में भी संचालित हो रहा है। उन्होंने कहा कि पर्यटकों और यात्रियों को लम्बी कतारों एवं अधिक समय तक प्रतिक्षा न करनी पड़े इसके लिए चारधाम यात्रा में धामों के दर्शन के लिए टोकन, स्लॉट की व्यवस्था प्रारम्भ की गयी है। पंजीकरण, टोकन, सत्यापन व्यवस्था हेतु कार्यरत एजेन्सी के साथ पर्यटन विभाग के अधिकारियों द्वारा धामों का स्थलीय निरीक्षण जिला प्रशासन, पुलिस अधिकारियों के द्वारा करने के साथ ही स्थल भी चयनित किये जाने प्रस्तावित हैं। इस व्यवस्था के लागू हो जाने पर किसी भी यात्री को लाईन में एक घंटे से अधिक का इंतजार नहीं कराना होगा। पर्यटन मंत्री श्री महाराज ने कहा कि यात्रा के लिए जिस प्रकार से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पंजीकरण करा रहे हैं उसे देखकर पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की तादाद में काफी वृद्धि होने की संभावना है। यात्रा शुरू होने से पहले ही यात्रा मार्गों पर जीएमवीएन के गेस्ट हाउसों की बुकिंग में लगातार इजाफा हो रहा है। उसे देखकर संभावना है कि इस बार भी चारधाम यात्रा पिछले वर्ष के 56.31 लाख श्रद्धालुओं के रिकॉर्ड को तोड़ेगी। चारधाम यात्रा से पूर्व यात्रा मार्गाे पर स्थित 94 जीएमवीएन के गेस्ट हाउसों के लिए श्रद्धालुओं ने 22 फरवरी 2024 से अभी तक 85839892.00 (आठ करोड़ अठावन लाख उनतालीस हजार आठ सौ बयानबे) की ऑनलाइन बुकिंग एवं 31722819.00 (तीन करोड़ सतरह लाख बाईस हजार आठ सौ उन्नीस) डीएच ऑफ़लाइन बुकिंग सहित कुल 117562711.00 (ग्यारह करोड़ पिचहत्तर लाख बासठ हजार सात सौ ग्यारह) की बुकिंग करवा ली है और यह आंकड़ा लगातार बढता जा रहा है।
उन्होंने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए 15 अप्रैल 2024 से प्रारम्भ हुए यात्रियों के पंजीकरण के तहत अब तक गंगोत्री के लिए 287358 (दो लाख सतासी हजार तीन सौ अठावन), यमुनोत्री 260597 (दो लाख साठ हजार पांच सौ सतानबे), केदारनाथ 540999 (पांच लाख चालीस हजार नौ सौ निन्याबे), बद्रीनाथ 453213 (चार लाख तिरेपन हजार दो सौ तेरह) और हेमकुण्ड साहिब के लिए 24700 (चौबीस हजार सात सौ) कुल 1566867 (पन्द्रह लाख छहासठ हजार साठ सौ सड़सठ) श्रद्धालु अपना पंजीकरण करवा चुके हैं।
श्री महाराज ने कहा कि चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं को देखते हुए यात्रा काल में 115 (एक सौ पन्द्रह) उपनल और पी०आर०डी० के माध्यम से पर्यटक सुरक्षा, सहायता मित्रों की तैनाती की जा रही है। यात्रा के दौरान सफाई व्यवस्था का भी विशेष ध्यान रखा गया जायेगा। यात्रा मार्गाे पर वर्तमान में सुलम इन्टरनेशनल संस्था के माध्यम से 1584 (एक हजार पांच सौ चौरासी) सीटों वाले 147 (एक सौ सैंतालीस) स्थाई शौचालयों की व्यवस्था करने के साथ-साथ चारधाम यात्रा मार्गों गंगोत्री तथा यमुनोत्री मार्ग पर 82 (बयासी) सीट, जनपद रूद्रप्रयाग के अन्तर्गत विभिन्न स्थलों पर निर्मित कुल 251 (दो सी इक्यावन) सीट, जनपद चमोली के यात्रा मार्ग पर 60 (साठ) सीट एवं हेमकुण्ड साहिब यात्रा मार्ग पर 80 (अस्सी) सीट स्टील फ्रेम शौचालयों का भी संचालन किया जा रहा है। पर्यटन मंत्री श्री महाराज ने कहा कि उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद् ने तीर्थयात्रियों, पर्यटकों को राज्य के सुदूर इलाकों में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आदि कैलाश, ओम पर्वत हेली दर्शन टूर पैकेज भी लॉन्च किया है। आदि कैलाश, ओम पर्वत हेली सेवा के माध्यम से तीर्थयात्रियों, पर्यटकों को 4 रात और 5 दिन की यात्रा पैकेज की शुरूआत की गई है। 12 पर्यटकों का पहला दल 4 रात और 5 दिन के आदि कैलाश हेली टूर पैकेज के लिए 15 अप्रैल 2024 को पिथौरागढ़ पहुंचा था। इसके अलावा माह नवम्बर, 2024 से आरम्भ होने वाले शीतकालीन हैली दर्शन पैकेज के लिए पायलट रन अप्रैल-मई, 2024 से संचालित किये जा रहे हैं। इसके अन्तर्गत प्रत्येक बैच में 12 से 15 पर्यटक होंगे। आदि कैलाश एवं ओम पर्वत के हवाई दर्शन के दौरान कुल 06 हेलीकाप्टर आपनी सेवाएं प्रदान करेंगे। वाईब्रेन्ट विलेज के तहत इन पर्यटकों को गूंजी, नाबी और नेपालचू में स्थित होमस्टे में रहने की व्यवस्था है।