देहरादून। भारतीय प्रबंधन संस्थान काशीपुर (आईआईएम काशीपुर) ने अपने प्रबंधन विकास कार्यक्रम (एमडीपी) “प्रेरणा” के तहत पिछले चार महीनों में वी-गार्ड इंडस्ट्रीज के 25 से अधिक अधिकारियों को प्रशिक्षित किया। वी गार्ड इंडस्ट्रीज के सभी चार संयंत्रों के अधिकारियों के बीच विपणन, वित्त, रणनीति, मानव संसाधन, आईटी और परिचालन कौशल विकसित करने के लिए अक्टूबर 2023 से फरवरी 2024 तक चलने वाला विकास कार्यक्रम आयोजित किया गया था। आईआईएम काशीपुर के निदेशक डॉ. कुलभूषण बलूनी ने कहा कि मैंने कई विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम देखे हैं। हालाँकि, मैंने वी-गार्ड अधिकारियों के बीच समर्पण और उत्सुकता का जो स्तर देखा, वह असाधारण है। उन्होंने कोई क्लास मिस नहीं की. वे कक्षा में अपने फोन बंद कर देते थे या फोन बजने पर काट दिया करते थे और कई लोग प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेने के लिए 100 किमी दूर से यात्रा करते थे। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण कार्यक्रम न केवल नेतृत्व क्षमताओं को बढ़ाएगा और प्रतिभागियों के बीच पेशेवर विकास को बढ़ावा देगा बल्कि कंपनी को बढ़ने में भी मदद करेगा। आईआईएम काशीपुर के डीन डॉ. कुणाल गांगुली, जिन्होंने अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार किया, ने इस सहयोग के ऐतिहासिक महत्व पर जोर दिया, जो नेतृत्व विकसित करने के लिए आईआईएम काशीपुर और वी-गार्ड इंडस्ट्रीज लिमिटेड के बीच अपनी तरह की पहली पहल है। वी-गार्ड इंडस्ट्रीज प्लांट काशीपुर के प्लांट हेड जितेंद्र राणा ने न केवल अधिकारियों को बधाई दी, बल्कि उनके और कंपनी के विकास के लिए नए अर्जित ज्ञान के उपयोग पर भी जोर दिया।राणा ने आगे कहा कि वी-गार्ड के जल संरक्षण अभियान के तहत, कंपनी 10 लाख रुपये की लागत से पांच एकड़ क्षेत्र में फैले आईआईएम काशीपुर परिसर में मंथन ताल का नवीनीकरण कर रही है। यह झील लाखों लीटर वर्षा जल को बचाएगी और भूजल को रिचार्ज करेगी जो बर्बाद हो जाता था। उन्होंने बताया कि इसके पूर्व वी गार्ड ने ज़िला प्रशासन के साथ मिल कर दो और तालाबों को जीवित करने का काम सीएसआर फंड के तहत 5-5 लाख़ खर्च कर बनाया है ताकि बरसात का पानी बचाया जा सके। अपने संबोधन में, वी-गार्ड इंडस्ट्रीज लिमिटेड में कॉर्पोरेट मैन्युफैक्चरिंग सर्विसेज के उपाध्यक्ष श्री श्री कुमार ने पूरे कार्यक्रम के दौरान उनके अटूट समर्थन और समर्पण के लिए आईआईएम काशीपुर का आभार व्यक्त किया। उन्होंने निरंतर सीखने की प्रतिबद्धता के लिए अधिकारियों की सराहना की और उन्हें संगठन के भीतर सकारात्मक बदलाव लाने के लिए अपने नए ज्ञान और कौशल का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया। प्रमाणपत्रों के वितरण ने एक परिवर्तनकारी सीखने के अनुभव की परिणति को चिह्नित किया, जहां प्रतिभागियों ने न केवल नई अंतर्दृष्टि प्राप्त की, बल्कि अपने साथियों और गुरुओं के साथ स्थायी संबंध भी बनाए। जैसे-जैसे अधिकारी अपने भविष्य के प्रयासों की शुरुआत करते हैं, आईआईएम काशीपुर आज के गतिशील व्यावसायिक परिदृश्य में आगे बढ़ने के लिए आवश्यक उपकरणों और विशेषज्ञता के साथ उन्हें सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।