देहरादून। भारत ने फ्रांस के ल्योन में चल रही वर्ल्ड स्किल्स 2024 प्रतियोगिता में 4 कांस्य पदक जीत कर उल्लेखनीय छाप छोड़ी है- जहां अश्विथा पोलिस से पेटीसरी एण्ड कन्फेक्शनरी में, ध्रुमिल कुमार धीरेन्द्र कुमार गांधी और सत्यजीत बालाकृष्णन ने इंडस्ट्री 4.0 में, जोएथिर आदित्य कृष्णाप्रिया रविकुमार ने होटल रिसेप्शन में और अमरेश कुमार साहु ने रीन्युएबल एनर्जी में पदक जीते हैं। इसके अलावा भारतीय प्रतियोगियों ने 12 उत्कृष्टता पदक भी अपने नाम किए हैं जो विभिन्न क्षेत्रों में उनके उत्कृष्ट कौशल एवं बेहतरीन परफोर्मेन्स की पुष्टि करता है।
पेटसरी एण्ड कन्फेक्शनरी में बेस्ट ऑफ नेशन अवॉर्ड जीतने वाली अश्विथा पोलिस टीम इंडिया के लिए सबसे बेहतरीन प्रतिस्पर्धी बन गई हैं। उन्होंने बचपन में टीवी शोज़ से प्रेरित होकर स्वीट्स बनाना शुरू किया और उनका यह शौक आज इस मुकाम तक पहुंच गया है। तेलंगाना की डॉ अम्बेडकर युनिवर्सिटी की छात्रा ने शेफ जॉनी के मार्गदर्शन में पाक कौशल सीखा। अश्विता की सफलता विश्वस्तरीय मंच पर भारतीय पाक प्रतिभा की प्रभाविता को दर्शाती है और साथ ही देश के उभरते शेफ़्स के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है।
वर्ल्डस्किल्स ल्योन 2024 में 70 से अधिक देशों से 1400 से अधिक प्रतिभागियों ने विभिन्न श्रेणियों में हिस्सा लिया, भारतीय प्रतिभागियों ने अपना सर्वश्रेष्ठ परफोर्मेन्स देते हुए अन्तर्राष्ट्रीय दर्शकों के समक्ष अपनी प्रतिभा और इनोवेशन का प्रदर्शन किया। भारत ने चीन, जापान, सिंगापुर, जर्मनी, ब्राज़ील, ऑस्ट्रेलिया, कोलम्बिया, डेनमार्क, फ्रांस, यूके, दक्षिण अफ्रीका, स्विट्ज़रलैण्ड, यूएसए आदि देशों के प्रतिभागियों के साथ 52 प्रकार के कौशल में मुकाबला किया।
भारतीय टीम के ज़्यादातर प्रतिभागी पहली बार विश्वस्तरीय मंच पर मुकाबला कर रहे थे, वे अपनी उपलब्धियांे से बेहद उत्साहित हैं। ये पुरस्कार प्रात कर प्रतिभाशाली युवाओं ने भारत का नाम रौशन कर दिया है। उन्होंने अपने प्रशिक्षकों और मार्गदर्शकों के प्रति आभार व्यक्त किया। कई विजेताओं ने कौशल के महत्व पर रोशनी डालते हुए कहा कि कौशल एक व्यक्ति के जीवन और करियर में बड़ा बदलाव लाने की क्षमता रखता है। टीम के सदस्यों ने खुशी के साथ अपनी मेहनत और सफलता का जश्न मनाया।
तेलंगाना से अश्विथा पोलिस जिन्होंने 21 देशों से मुकाबला कर पेटीसरी एण्ड कन्फेक्शनरी में कांस्य पदक जीता है, उन्होंने कहा कि अपने देश का प्रतिनिधित्व करना और मैडल जीतना मेरे लिए सपना सच होने की तरह है। यह यात्रा मेरे लिए मुश्किलों से भरी रही, लेकिन आज मुझे इसका बेहतरीन परिणाम मिला है।
इसी तरह इंडस्ट्री 4.0 टीम ने भी नए दौर के कौशल को बढ़ावा देने के भारत के नेतृत्व पर गर्व की अभिव्यक्ति की। होटल रिसेप्शन और रीन्यूएबल एनर्जी के प्रतिभागियों ने भी विश्वस्तरीय कौशल प्रणाली में भारत के बढ़ते प्रभुत्व पर उत्सुकता व्यक्त की।
भारतीय टीम को बधाई देते हुए जयंत चौधरी, माननीय राज्य मंत्री, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय, और राज्य मंत्री शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार ने कहा, ‘‘ल्योन में भारतीय युवाओं को देखकर मैं इतना ही कहूंगा कि उनका परफोर्मेन्स शानदार है, इतने दबाव के बीच इस तरह जीत हासिल करना आसान नहीं है। उन्होंने अपनी तकनीकी सटीकता, कौशल और फोकस के साथ गहरी छाप छोड़ी है। मैं वर्ल्डस्किल्स 2024 में भारतीय टीम की उपलब्धियों के लिए उन्हें बधाई देना चाहूंगा। यह हमारे देश के लिए गर्व का अवसर है। कांस्य पदक और उत्कृष्टता पदक हासिल करना इन प्रतिभागियों की व्यक्तिगत जीत तो है ही, साथ ही यह कौशल की दिशा में देश के बढ़ते प्रयासों को भी दर्शाती है। इन युवाओं ने न सिर्फ बेहतरीन कौशल का प्रदर्शन किया है बल्कि कौशल विकास के लिए भारत की प्रतिबद्धता को भी दर्शाया है। उनकी सफलता ने हमारे इस विश्वास को और अधिक मजबूत बना दिया है कि युवाओं को भविष्य के अनुकूल कौशल प्रदान कर भारत विश्वस्तरीय मंच पर विकसित हो सकता है और हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी के कुशल भारत एवं विकसित भारत के दृष्टिकोण को साकार किया जा सकता है।