बांध विस्थापित के 32 गांव के ग्रामीणों ने लखवाड जमुनापुल में एक आम बैठक की।
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मुकेश सिंह तोमर
बीते रविवार को जमुना पुल लखवाड में लखवाड बांध विस्थापित श्रम सहकारी समिति की एक बैठक समिति के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। इस को लेकर हाल ही में टिहरी गढ़वाल के नैनबाग तहसील में संयुक्त वन उद्यान लोक निर्माण विभाग द्वारा किए भूमि परिसंपत्तियों की गणना एवं मूल्यांकन किये जाने के बारे में बैठक में विस्तृत चर्चा की गई। जिसमें प्रभावित किसानों से सुझाव भी लिए गए हैं। ग्राम खरसौन क्यारी, ग्राम बनोगी एवं सैजी के ग्रामीणों ने इस सर्वे पर असंतोष व्यक्त करते हुए दोबारा इन गांव में सर्वे करवाने की मांग की गई है। आजकल बरसात के कारण स्थल पर बारिश के कारण जाना मुश्किल है। इसलिए सर्वे ठीक प्रकार से नहीं हुआ है।
पूर्व जिला पंचायत सदस्य श्री कुंवर सिंह चौहान ने कहा कि पहले भी मकानों छानियों का सर्वे हुआ था। उस सर्वे को खोज करके प्रभावितों के सम्मुख लाया जाए। सन 2013 की भयंकर आपदा में अगलाड घाटी की कई सैकड़ों बीघा जमीन बह गई थी जिसका की रिकॉर्ड माल खाने में मौजूद होगा, उन्हें भी प्रतिकार का भुगतान किया जाना चाहिए। श्री जयपाल राणा ने कहा कि उनके गांव में 1960 के नक्शे के आधार पर सर्वे किया गया जो की गलत है। 1960 के बाद कई परिवार के बंटवारे के बाद प्रभावितों ने अपना-अपना आशियाना बना लिया है। उन्हें भी प्रभावित परिवारों का लाभ दिया जाय। पूर्व प्रधान श्री महेंद्र सिंह ने कहा कि उनके यहां कोरे फार्म पर हस्ताक्षर किए गए, उस हस्ताक्षर को भी प्रभावित ग्रामीण लोग समझ नहीं सके।
उन्होंने कहा कि विभाग वाले कहते हैं कि पुरानी सर्वे रिपोर्ट हमारे पास नहीं है जो सर्वे रिपोर्ट किसानों के हित में है। उसको वह कहते हैं मिल नहीं रही जो रिपोर्ट विभाग के पक्ष में है उसको वह उजागर कर रहे हैं। जोकि किसानों के साथ बहुत बड़ा धोखा है। इस परियोजना में 32 गांव का अधिग्रहण किया जाना है। जिस कारण यहां के परिवारों की संख्या बढ़ गई है। इसलिए प्रभावितों के लिए समूह ग की सीटें बढ़नी चाहिए। किसानों ने वर्ग ४ और नॉन जेडे की भूमि को भी जल्दी से विनियममित कर प्रभावितो को लाभ दिलवाया जाए। बैठक में जनजाति क्षेत्र के कालसी तहसील के किसानों को टिहरी गढ़वाल के नैनबाग तहसील के समान नवीन जमीनों के भुगतान किए जाने की मांग भी जोर शोर से की गई
बांध में कार्य कर रही एलएनटी कंपनी में भी कुशल कारीगरों मजदूर को रोजगार दिए जाने की भी मांग की गई है। ऐसा देखने में आ रहा है कि स्थानीय लोगों की जगह गैर प्रभावित बाहरी लोगों को यहां पर रोजगार दिया जा रहा है। जिस कारण प्रभावित किसानों के बीच भारी आक्रोश है।बैठक में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल से लखवाड़ बांध की ड्राइंग केंद्रीय जल आयोग से जल्दी से जल्दी उपलब्ध करवाने की मांग की गई है। बैठक में अभी हाल में दिल्ली में मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी द्वारा लखवाड़ बांध को प्राथमिकता के साथ केंद्रीय जल शक्ति मंत्री के साथ उठाये जाने के लिए भी आभार व्यक्त किया गया है। बैठक में श्री कुंवर सिंह चौहान, श्री जयपाल राणा प्रधान, अनिल बिजणवान, विक्रम सिंह कैंतूरा, श्री सूरत सिंह खाड़ी, श्री चतर सिंह, श्री सतेन्द्र प्रताप, श्री गंभीर सिंह पूर्व प्रधान टटोर, श्री दिनेश राठौर, श्री शूरवीर राठौर, श्री संदीप तोमर, श्री आनंद सिंह तोमर, श्री भाव सिंह तोमर आदि ग्रामीण लोग उपस्थित थे।

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