-एनएसडीसी ने उत्तर प्रदेश में लॉन्च किया कौशल महोत्सव, जॉब रैडीनैस प्रोग्राम
देहरादून। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप राष्ट्रीय कौशल विकास निगम ने कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय के सहयोग से आज बिजनौर में आयोजित एक प्रेस सम्मेलन के दौरान ‘कौशल महोत्सवः जॉब रैडीनैस प्रोग्राम’ के उद्घाटन की घोषणा की।
माननीय कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्री जयंत चौधरी के मार्गदर्शन में इस पहल का उद्देश्य बिजनौर को कुशल कार्यबल के विकास के लिए हब के रूप में बदलना है।
बिजनौर में आयोजित प्रेस सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले गणमान्य दिग्गजों में चंदन सिंह चौहान, संसद सदस्य; डॉ प्रभात कुमार, कौशल विकास मंत्री के सलाहकार; अंकित कुमार अग्रवाल, ज़िला मजिस्ट्रेट, बिजनौर और वेद मणि तिवारी, चीफ़ ऑपरेटिंग ऑफिसर (सीओओ) एवं ऑफिशिएटिंग चीफ़ एक्ज़क्टिव ऑफिसर (सीईओ)- एनएसडीसी शामिल रहे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का सपना है कि भारत दुनिया को कुशल कार्यबल उपलब्ध कराने वाला सबसे बड़ा प्रदाता बन जाए, इसके लिए उचित योजना के साथ मैनपावर को प्रशिक्षित करने की आवश्यकता है। इसी दृष्टिकोण के साथ कौशल महोत्सव का आयोजन बिजनौर में किया जा रहा है। इस ज़िले में बड़ी संख्या में युवा हैं और साथ ही उद्योग भी तेज़ी से विकसित हो रहे हैं। साथ ही, यहां मौजूद शैक्षणिक संस्थान, जैसे डिग्री कॉलेज, आईटीआई और पॉलिटेक्निक्स युवाओं को कौशल प्रदान कर उन्हें उद्योग जगत के लिए तैयार कर रहे हैं।
संसद सदस्य चंदन सिंह चौहान ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि 2014 से ही कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय प्रधानमंत्री मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है। मंत्री जयंत चौधरी के नेतृत्व में मंत्रालय ने कई ठोस कदम उठाए हैं।
कौशल महोत्सव कोई मामूली नौकरी मेला नहीं बल्कि हमारे युवाओं के लिए ऐसा अवसर हैं, जहां उन्हें अपने कौशल को दर्शाने और आजीवन सर्टिफिकेशन पाने का मौका मिलता है। बिजनौर के एमपी होने के नाते, मुझे गर्व है कि हमारे निर्वाचन क्षेत्र को पहले कौशल महोत्सव के लिए चुना गया। इसके लिए मैं मंत्री जयंत चौधरी के प्रति आभारी हूं। यह आयोजन हमारे क्षेत्र की अपार क्षमताओं की पुष्टि करता है।
एनएसडीसी द्वारा विकसित एसआईडीएच गेमचेंजर साबित होगा, जो हमारे युवाओं को उचित नौकरियों एवं सरकारी योजनाओं के साथ जोड़ेगा। मैं बिजनौर के लोगों से आग्रह करता हूं कि इस आयोजन में हिस्सा लेकर अवसरों का लाभ उठाएं और हमारे समुदाय के लिए उज्जवल भविष्य के निर्माण में योगदान दें। हम सब मिलकर पूरे देश के लिए अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत कर सकते हैं।
वेद मणि तिवारी, सीईओ, एनएसडीसी और एमडी एनएसडीसी इंटरनेशनल ने कहा कि आने वाले वर्षों में दुनिया भर में 100 करोड़ लोग जॉब मार्केट में प्रवेश करेंगे, जिसमें से हर चौथा व्यक्ति भारतीय होगा। यानि भारतीय युवाओं के लिए न सिर्फ भारत में बल्कि दुनिया भर में अपार संभावनाएं हैं। दुनिया का हर चौथा डॉलर एक भारतीय के द्वारा उत्पन्न किया जाएगा। हमारे युवाओं को इन अवसरों के लिए तैयार करने के लिए उन्हें जॉब रैडी बनाना ज़रूरी है।
जॉब रैडीनैस प्रोग्राम और बिजनौर के ज़िला कलेक्टर के सहयोग से हम ज़िले के कई स्थानों पर प्रशिक्षण प्रोग्रामों का संचालन करेंगे। जहां युवाओं को जॉब रैडी बनाने और अर्थव्यवस्था के विकास में योगदान देने के लिए ज़रूरी कौशल प्रदान किया जाएगा।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में, जहां इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, माननीय संसद सदस्य ने युवाओं को तैयार करने के महत्व पर ज़ोर दिया है। इसी दृष्टिकोण को बढ़ावा देते हुए हम माननीय मंत्री जयंत चौधरी, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय और उत्तर प्रदेश सरकार के नेतृत्व में काम कर रहे हैं। प्रोग्राम की शुरूआत कर इसे सफल बनाना इस सभी प्रयासों का मुख्य उद्देश्य है।
यह पहल बिजनौर के कुशल युवाओं को भावी एम्पलॉयर्स के साथ जोड़कर स्थानीय अर्थव्यवस्था के विकास में योगदान देगी। वे उम्मीदवार जो इस प्रोग्राम के साथ जुड़ना चाहते हैं, वे स्किल इंडिया डिजिटल पोर्टल हजब पर रजिस्टर कर सकते हैं। रजिस्टर करने के बाद एनएसडीसी उन्हें प्रशिक्षण केन्द्र के बारे में पूरी जानकारी देगा और साथ ही जॉब रैडीनैस प्रोग्राम में शामिल होने के लिए आमंत्रित करेगा।
कौशल महोत्सव में उत्तर प्रदेश और आस-पास के क्षेत्रों जैसे उत्तराखण्ड, गाज़ियाबाद, नोएडा, बुलंदशहर, फरीदाबाद, गुरूग्राम, हरिद्वार और पंत नगर के एम्प्लॉयर्स को शामिल किया गया। यह प्रोग्राम विभिन्न सेक्टरों जैसे इलेक्ट्रोनिक्स, ऑटोमोटिव, लॉजिस्टिक्स, बैंकिंग एवं फाइनैंशियल सर्विसेज़, आईटी, आईटीईएस, पर्यटन एवं आतिथ्य और रीटेल को अपनी सेवाएं प्रदान करेगा।