देहरादून। आईआईएम काशीपुर ने 17 फरवरी 2024 को एचआर सम्मेलन समन्वय 2024 के दूसरे चेप्टर का सफलतापूर्वक आयोजन किया। इसका विषय “मानव रेनेसांस: ऑटोमेशन की शक्ति” था, जिसमें विश्व में एचआर के ऑटोमेटेड बदलते परिदृश्य को नेविगेट करने के बारे में गहराई से चर्चा की गई।
आईआईएम काशीपुर कैंपस में ऑफलाइन मोड में आयोजित इस सम्मेलन में दो पैनल डिस्कशन के दौरान एचआर ऑटोमेशन के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई। आईआईएम काशीपुर के सहायक प्रोफेसर प्रोफेसर शुभम शर्मा ने दौरान ऑटोमेशन पर कौशल सेट की महत्वपूर्ण भूमिका को जोर दिया।
वक्ताओं में शामिल मिसेज अश्विनी कनकथ, श्री चार्ल्स गोदविन, डॉ, अनिता राजू, श्री डेविड नेट्टो, और मिसेज विद्या प्रभु ने नेतृत्व और संगठनिक गतिविधियों पर डिजिटलीकरण के प्रभाव पर गहरे अनुभव साझे किए। उन्होंने डिजिटल परिदृश्य में एजिलिटी, प्रतिस्पर्धा, और निरंतर शिक्षा की महत्वता को बताया।
मिसेज अश्विनी कनकथ ने एचआर अभ्यासों में एजिलिटी की आवश्यकता को हाइलाइट किया। श्री चार्ल्स गोदविन ने प्रौद्योगिकी उन्नति को स्वीकार करने के लिए प्रेरणा को ड्राइविंग फोर्स के रूप में बताया।
दोपहर का सत्र मिस्टर शशांक गम्पा द्वारा मोडरेट किया गया पैनल में मिसेज श्री सत्या, मिसेज कृतिका सिवनेसन, डॉ जूड जेवियर, और मिस्टर संगीत न्यापति को शामिल थे। वक्ताओं ने तकनीक किस प्रकार से कर्मचारियों के अनुभवों और भागीदारी को बढ़ाती है, इन बिंदूओं पर विचार साझा किए और मानवीय पहल के महत्व पर जोर दिया।