देहरादून। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने गुजरात में वाइब्रेंट गुजरात समिट के समापन सत्र समारोह को संबोधित किया। इस मौके पर शाह ने स्पष्ट किया कि आइडिया, इनोवेशन और इन्वेस्टमेंट के जरिए वाइब्रेंट गुजरात समिट ने गुजरात के साथ-साथ पूरे देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत किया है। दो दशक पहले प्रधानमंत्री मोदी ने वाइब्रेंट गुजरात की परिकल्पना रखी थी और नतीजा आज देश के सामने है। ढेर सारी चीजों में गुणात्मक परिवर्तन आया है। आज का यह समापन सत्र अमृतकाल में संकल्प से सिद्धि के मार्ग को प्रशस्त करने वाला साबित हुआ। आत्मनिर्भर और पूर्ण विकसित भारत के निर्माण में वाइब्रेंट गुजरात समिट की भूमिका अहम साबित होने वाली है। दशकों तक मोदी-शाह की जोड़ी ने गुजरात में रहकर गुजरात मॉडल को विकसित करने का काम किया। गुजरात मॉडल को देखते हुए देश की जनता ने पीएम मोदी जी को पूरे देश का नेतृत्व सौंप दिया। वर्तमान में पीएम मोदी प्रधानमंत्री तो अमित शाह केंद्रीय गृह मंत्री के पद भार को बखूबी संभाल रहे हैं। आज पूरी दुनिया में उत्पादन और इंवेस्टमेंट के लिए सबसे चहेता डेस्टिनेशन भारत और भारत के अंदर सबसे चहेता डेस्टिनेशन गुजरात है। जब मोदी ने प्रधानमंत्री पद का भार संभाला तब दुनिया की तालिका में भारत की अर्थव्यवस्था 11वें नंबर पर थी और आज मात्र एक दशक के अंदर भारत पाँचवें नंबर की अर्थव्यवस्था बन चुका है। आने वाले समय में यह दावा सही साबित होने वाला है कि भारत जल्द ही तीसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बनकर दुनिया के सामने गौरव के साथ खड़ा होगा।
मोदी जी के नेतृत्व और अमित शाह के कुशल मार्गदर्शन में वाइब्रेंट गुजरात समिट ने आइडिया और इनोवेशन को प्लेटफॉर्म देकर इंवेस्टमेंट को धरती पर उतारने का काम किया है, जिससे ना केवल गुजरात बल्कि पूरे देश के अर्थतंत्र को फायदा हुआ है। नतीजतन, इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट के लिए देश के कई राज्यों ने वाइब्रेंट गुजरात के मॉडल को अपनाया है। मांडल बेचराजी आज ऑटोमोबाइल का सबसे बड़ा हब बन चुका है। रसायन और पेट्रोकेमिकल के मैन्यूफैक्चरिंग के लिए दहेज भारत का पहला निवेश क्षेत्र बन चुका है। पीएम मित्र पार्क, सूरत और मैसाना में मेगा फूड पार्क, भरूच में बल्क ड्रग पार्क, राजकोट में मेडिकल डिवाइस पार्क, वडोदरा में बायो टेक्नोलॉजी पार्क, राजकोट और बनासकांठा में एग्रो पार्क और वलसाड में सी फूड पार्क ने गुजरात के अंदर निवेश की सारी संभावनाओं को उद्योग जगत के सामने रखा है। मोदी जी ने गुजरात को पॉलिसी ड्रिवन स्टेट बनाया, आज दुनिया भर के निवेशक मोदी जी की बनाई हुई नीतियों से आकर्षित होकर गुजरात में निवेश कर रहे हैं। ऐसा लगता है कि विकसित भारत का गेटवे गुजरात से ही होकर गुजर रहा है। गुजरात की राजनीति से केंद्र की सत्ता तक का सफर तय करने वाले मोदी और शाह की जोड़ी ने जिस तरह से देश के आर्थिक विकास को रफ्तार दी है और भारत को एक नई पहचान दी है, यह कहना गलत नहीं होगा कि जहाँ 2024 में मोदी जी का प्रधानमंत्री बनना तय है, वहीं राजनीति के चाणक्य अमित शाह का दबदबा भी बरकरार रहने वाला है।